मुण्डमालातन्त्रोक्त महाविद्या स्त्रोत। Mundmalatantrokat mahavidhya strotra

 ।।मुण्डमालातन्त्रोक्त महाविद्या स्तोत्रम्।। ॐ नमस्ते चण्डिके चण्डि चण्डमुण्डविनाशिनि । नमस्ते कालिके कालमहाभयविनाशिनि ।। शिवे रक्ष जगद्धात्रि प्रसीद हरवल्लभे।। प्रणमामि जगद्धात्रीं जगत्पालनकारिणीम् ॥ जगत् क्षोभकरीं विद्यां जगत्सृष्टिविधायिनीम्। करालां विकटां घोरां मुण्डमालाविभूषिताम्…

दशमहाविद्या देवी के नाम । Dash Mahavidhya Devi Ke Naam

दशमहाविद्या देवी के नाम । ६-त्रिपुरभैरवी क्षीयमान विश्वके अधिष्ठान दक्षिणामूर्ति कालभैरव हैं। उनकी शक्ति ही त्रिपुरभैरवी है। ये ललिता या महात्रिपुरसुन्दरीकी रथवाहिनी हैं। ब्रह्माण्डपुराणमें इन्हें गुप्त योगिनियोंकी अधिष्ठात्री देवीके रूपमें…

दशमहाविद्या देवी कौन सी है। दशमहाविद्या के नाम Dashmahavidhya Devi Kaun Si Hoti Hai

दशमहाविद्या देवी  ।। ॐ श्रीपरमात्मने नमः ।। MAHAVIDHYA DEVI    1 ।।काली।। दस महाविद्याओंमें काली प्रथम हैं। महाभागवतके अनुसार महाकाली ही मुख्य हैं और उन्हींके उग्र और सौम्य दो रूपोंमें…

राजा चन्द्रदेव पर माता वैष्णो देवी की कृपा सम्पूर्ण कथा लिरिक्स हिन्दी।

।।  राजा चन्द्रदेव पर माता वैष्णो देवी की कृपा।। राजा चन्द्रदेव पर माता वैष्णो देवी की कृपा सम्पूर्ण कथा लिरिक्स हिन्दी। प्राचीन काल में जम्मू के राजा चन्द्रदेव बड़े धर्मात्मा…

ध्यानू भक्त की कथा लिरिक्स हिन्दी। Dhyanu Bhakt Ki Katha Lyrics

ध्यानू भक्त की कथा     जिन दिनों भारत में मुगल सम्राट अकबर का शासन था, उन्हीं दिनों की यह घटना हैं। नदोन ग्राम निवासी माता का एक सेवक (ध्यानू…

महामृत्युंजय मंत्र जप के क्या लाभ है , क्यों कराया जाता है संकट के समय महामृत्युंजय जप आइये जानते हैं

महामृत्युंजय मंत्र जप के क्या लाभ है ।।महामृत्युंजय मंत्र जप के लाभ।। *महामृत्युंजय मंत्र के 8 सिद्ध प्रयोग* *✍🏻ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगन्धिम् पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय ममामृतात्* महामृत्युंजय मंत्र का…

आरती: श्री गणेश जी की – ( shree Ganesh ji Arti ) गणेश जी की सम्पूर्ण आरती

।। श्री गणेश जी की सम्पूर्ण आरती।।  गणपति की सेवा मंगल मेवा सेवा से सब विघ्न टरे। तीन लोक तैतीस देवता द्वार खड़े सब अरज करें।। रिद्धि सिद्ध दक्षिण वाम…

संकट मोचन हनुमानाष्टक – Sankatmochan Mochan Ashtak

संकट मोचन हनुमानाष्टक   ।।हनुमानाष्टक।। बाल समय रबि भक्ष लियो तब, तीनहुँ लोक भयो अँधियारों। ताहिं सों त्रास भयो जग को, यह संकट काहु सों जात न टारो। देवन आनि करी…

श्री हनुमान चालीसा हिंदी-बजरंगबली को प्रसन्न करने के लिए पढें हनुमान चालीसा

 श्री हनुमान चालीसा          ।। दोहा ।। श्री गुरु चरन सरोज रज,निज मन मुकुरु सुधारि।। बरनउँ रघुबर बिमल जसु, जो दायक फल चारि।। बुद्धिहीन   तनु     जानके, सुमिरौं…