Krishna Bhajan Lyrics in hindi
जय श्री श्याम।।
तुम ढूँढो मुझे गोपाल…
तुम ढूँढो मुझे गोपाल, मैं खोई गइया तेरी -२
सुध लो मेरी गोपाल, मैं खोई गइया तेरी -२
पाँच विकार से हाँकी जाए, पाँच तत्व की ये ढेरी ।
बरबस भटकी दूर कहीं मैं, चैन न पाऊ अब के ही ॥
ये कैसा माया जाल, मैं उलझी गइया तेरी ।
सुध लो मोरी गोपाल, मैं उलझी गइया तेरी ।।
तुम ढूँढो मुझे गोपाल..
जमना तट ना नन्दन वट ना, गोपी ग्वाल कोई दिखे ।
कुसुम लता ना तेरी छटा ना, पाख पखेरु कोई नी के ॥
अब साँझ ढले घनश्याम, मैं व्याकुल गइया तेरी ।
सुध लो मेरी गोपाल, मैं व्याकुल गइया तेरी ।
तुम ढूँढो मुझे गोपाल..
कित पाऊ तरूवर की छाँव, जित साजे कृष्ण कन्हैया ।
मन का ताप श्राप भटकन का, तुम्हीं हरो हे रास रचइया॥
अब रूप निहारू बाट प्रभु जी, मैं गइया तेरी ।
सुध लो मेरी गोपाल, मैं खोई गइया तेरी ।।
तुम ढूँढो मुझे गोपाल……..।॥३॥
बंसी के स्वरनाद से टेरो, मधुर तान से मुझे पुकारो।
राधा-कृष्ण गोविन्द हरिहर, मुरली मनोहर नाम तिहारो॥
मुझे उबारो हे गोपाल, मैं खोई गइया तेरी ॥
तुम ढूँढो मुझे गोपाल……..।॥४॥