Kailash Ke Nivasi lyrics bhajan |
कैलाश के निवासी लिरिक्स भजन
।।शिव भजन।।
कैलाश के निवासी नमो बार-बार हूँ।
आयो शरण तिहारी भोले तार-तार तू ।।
आयो शरण..
भक्तों को कभी शिव तूने निराश न किया,
माँगा उन्होंने जो चाहा वरदान दे दिया,
बड़ा है तेरा दायरा, बड़ा दातार तू-बड़ा दातार तू
आयो शरण….
बखान क्या करूँ मैं तेरे राखों के ढेर का,
भस्मी बभूत में है, खजाना कुबेर का,
बहे गंग धार, मुक्ति द्वार, ॐकार तू-ॐकार तू,
आयो शरण…
क्या-क्या नहीं दिया हम क्या प्रमाण दें,
बस गये हैं त्रिलोक भोले तेरे नाम से,
जहर पिया, जीवन दिया, कितना उदार तू-कितना उदार तू, आयो शरण……….
तेरी कृपा बिना न हिले एक भी अणु,
लेते हैं श्वास तेरी दया से तनु-तनु,
कहे दास एक बार मुझको निहार तू
आयो शरण……….
कैलाश के निवासी नमो बार-बार हूँ।
आयो शरण तिहारी प्रभु तार-तार तू ।।