हे नाथ जानि अजान बालक विश्वनाथ महेश्वरम्।

हे नाथ जानि, अजान बालक, विश्वनाथ महेश्वरम्। ।। भक्त द्वारा अद्वितीय स्तुति ।।  हे नाथ जानि, अजान बालक, विश्वनाथ महेश्वरम्। करिके कृपा दीजो दरस अविनाशि शंकर सुन्दरम्।।१।।   आया शरण…

अंग अंग से पुलकित होकर स्वर्ण प्रदान करो माता ! Ang Ang se pulkit hokar swarn pradaan kro mata

अंग अंग से पुलकित होकर स्वर्ण प्रदान करो माता  कनकधारा स्त्रोत्र पाठ विधि    एक चौकी पर लाल या पिले कपड़े पर माँ कनकधारा लक्ष्मी की बैठी हुयी प्रतिमा या फोटो…

सत्यनारायण व्रत कथा गीताप्रेस पंचम अध्याय ! satyanarayan vrat katha geetapress pancham adhayaya

सत्यनारायण व्रत कथा गीताप्रेस पाँचवाँ अध्याय राजा तुङ्गध्वज और गोपगणोंकी कथा सूत उवाच अथान्यच्च प्रवक्ष्यामि शृणुध्वं मुनिसत्तमाः। आसीत् तुङ्गध्वजो राजा प्रजापालनतत्परः ॥ १ ॥  प्रसादं सत्यदेवस्य त्यक्त्वा दुःखमवाप सः । एकदा…

सत्यनारायण व्रत कथा गीताप्रेस चतुर्थ अध्याय ! satyanarayan vrat katha

सत्यनारायण व्रत कथा गीताप्रेस चतुर्थ अध्याय ! चौथा अध्याय असत्य भाषण तथा भगवान्के प्रसादकी अवहेलनाका परिणाम     सत्यनारायण व्रत कथा सूत उवाच    यात्रां तु कृतवान् साधुर्मङ्गलायनपूर्विकाम्। ब्राह्मणेभ्यो धनं दत्त्वा तदा…

सत्यनारायण व्रत कथा गीताप्रेस तृतीय अध्याय ! satyanarayan vrat katha geetapress tratiya adhyayay

सत्यनारायण व्रत कथा गीताप्रेस तृतीय अध्याय  तीसरा अध्याय राजा उल्कामुख, साधु वणिक् एवं लीलावती-कलावतीकी कथा सूत उवाच  पुनरग्रे प्रवक्ष्यामि शृणुध्वं मुनिसत्तमाः। पुरा चोल्कामुखो नाम नृपश्चासीन्महामतिः ॥ १ ॥ जितेन्द्रियः सत्यवादी ययौ…

सत्यनारायण व्रत कथा गीताप्रेस द्वितीय अध्याय ! satyanarayan vrat katha geetapress dwitiya adhyayay

दूसरा अध्याय सत्यनारायण व्रत कथा निर्धन ब्राह्मण तथा काष्ठक्रेताकी कथा  सूत उवाच - अथान्यत् सम्प्रवक्ष्यामि कृतं येन पुरा द्विजाः। कश्चित् काशीपुरे रम्ये ह्यासीद विप्रो ऽतिनिर्धनः ॥ १ ॥ क्षुत्तृभ्यां व्याकुलो…

सत्यनारायण व्रत कथा गीताप्रेस प्रथम अध्याय ! satyanarayan vrat katha geetapress pratham adhyay

सत्यनारायण व्रत कथा गीताप्रेस प्रथम अध्याय ॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ अथ श्रीसत्यनारायणव्रतकथा पहला अध्याय श्रीसत्यनारायणव्रतकी महिमा तथा व्रतकी विधि     व्यास उवाच : एकदा नैमिषारण्ये ऋषयः शौनकादयः। पप्रच्छुर्मुनयः सर्वे सूतं पौराणिकं…

ॐ जय गंगे माता मैया जय गंगे माता जो नर तुमको ध्याता मन वांछित फल पाता

ॐ जय गंगे माता मैया जय गंगे माता ॐ जय गंगे माता,  मैया जय गंगे माता ।  जो नर तुमको ध्याता,  मन वांछित फल पाता ॥  ॐ जय गंगे माता...…

सीताराम सीताराम सीताराम कहिये । जाही विधि राखे राम तारी विधि रहिये

सीताराम सीताराम सीताराम कहिये। जाही विधि राखे राम तारी विधि रहिये hanuman ji सीताराम, सीताराम, सीताराम कहिये।  जाही विधि राखे राम तारी विधि रहिये ।।  मुख में हो राम-नाम, राम…