| शिव भजन लिरिक्स शिव शंकर हैं भोले भण्डारी ।
।। शिव भजन।।
।। शिव भजन।।
शिव शंकर हैं, भोले भण्डारी ।
जिसे मैं पूजता, जिसे जग पूजता ।।
जिसकी जटा में गंगा सोहे, जिसके गल सर्पों की माला,
वो तो भोला है मतवाला, जिसे मैं पूजता…….॥१॥
भोले बाबा है अंतरयामी, भोले नन्दी की करते सवारी,
कैलाश के है वो वासी, जिसे मैं पूजता……॥२॥
भक्ति रावण करी सब पाया, राम द्रोह ना शिव को भाया,
तू ही बजरंग का अवतारी, जिसे मैं पूजता…….॥३॥
शिव के संग मैं गोरा विराजें, सारे जग की है वो माता,
गौरी शंकर की जोड़ी निराली, जिसे मैं पूजता……॥४॥
शिव की गोदी में गणपति लाला, सारे जग से है वो निराला,
भोले पीते भंग का प्याला, जिसे मैं पूजता……॥५॥
शिव शंकर हैं, भोले भण्डारी ।
जिसे ‘सेवक’ पूजता, जिसे जग पूजता ॥