शिव भजन
लिरिक्स जय भोले जय भोले बाबा
।।शिव भजन।।
जय भोले, जय भोले बाबा, दर पे तेरे आए हैं।
दरश दिखा दो, अब तो सदा शिव, कब से आस लगाए हैं
जय भोले, जय भोले बाबा…….
आक धतूरा खाएँ सदाशिव, भंग पीते नित खप्पर में,
कानन कुण्डल नागफनी के, शीश चन्द्रमा सोहे है,
जय भोले, जय भोले बाबा……..
गंगाजी समायी जटा में, गल में सर्प लिपटाएँ है,
हर-हर करती गंग की धारा, पल में शिवजी बहाए हैं,
जय भोले, जय भोले बाबा……..
बेल-पत्र और बेल-फल, बाबा हम ले आए हैं,
संग में कच्चा दूध, दही और गंगा जल भी लाए हैं,
पूरी कर दो सबकी आशा, अर्ज यही लगाए हैं,
जय भोले, जय भोले बाबा……..
हरिद्वार से, गोमुख से, जो तेरी कांवड़ लाते हैं,
जीवन अपना सफल बना के शिव लोक में जाते हैं,
हमको शक्ति देना बाबा, हम भी कांवड़ लाएगें,
जय भोले, जय भोले बाबा……..
ना मैं पण्डित, ना मैं ज्ञानी, ना वेदो का ज्ञाता हूँ,
तेरी कृपा से भजनों में, मैं तेरी महिमा गाता हूँ,
‘सेवक’ पर कृपा बनाए रखना, अर्ज यही लगाए हैं,
जय भोले, जय भोले बाबा……..
॥ भोले बाबा के चरणों में ‘सेवक’ की भेंट ॥