क्रष्ण भजन लिरिक्स
।।जय श्री श्याम।।
बनवारी ओ, शरण तुम्हारी ओ,
लज्जा राखो हमारी, हरि बिन मोरी,
गोपाल बिन मोरी, लक्ष्मी नाथ बिन मोरी,
साँवरे सेठ बिन मोरी, दाता कौन खबर ले -२
हरि बिन मोरी……….॥१॥
सांवलशाह गिरधारी भरोसो भारी, शरण तुम्हारी
लज्जा राखो हमारी, हरि बिन मोरी,
गोपाल बिन मोरी, लक्ष्मी नाथ बिन मोरी,
साँवरे सेठ बिन मोरी, दाता कौन खबर ले -२
हरि बिन मोरी…………।।२।।
लटपट बार केसरियाँ जामा, हिवड़े रो हार हजारी -२
भला हो रामा गल विच हार हजारी
हरि बिन मोरी…………..।।३।।
मोर मुकुट सिर छत्तर विराजे,
कुण्डल की शोभा न्यारी, भला हो रामा
हरि बिन मोरी……….।।४।।
वृन्दावन में धेनु चरावें, लालो वृन्दावन में धेनु चरावें-२
बंशी बजावे गिरवर धारी, भला हो रामा-२
हरि बिन मोरी.. ॥५॥
वृन्दावन में रास रची है, मधुवन में रास रची है,
सहस्त्रधारी बनवारी, कृष्ण मुरारी छत्र धारी
शेष को धारे गिरधारी, भला हो रामा-२
हरि बिन मोरी.. …॥६॥
बाई मीरा के प्रभु गिरधर नागर-२
चरण कमल बलिहारी, भला हो रामा-२
हरि बिन मोरी………..।॥७॥